Importance of Himalayas for India: हिमालय केवल एक पर्वत श्रृंखला नहीं, बल्कि भारत के लिए गर्व, सुरक्षा और जीवनदायिनी का प्रतीक है. इसे "पृथ्वी का छत" कहा जाता है, क्योंकि यह विश्व की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला है. हिमालय न केवल भारत के प्राकृतिक सौंदर्य का हिस्सा है, बल्कि देश की जलवायु, नदियों और कृषि व्यवस्था को भी नियंत्रित करता है. सोचिए, अगर हिमालय न होता तो भारत का मौसम, नदी प्रणाली और जीवनशैली कितनी अलग होती.
भारत की जलवायु पर हिमालय का प्रभाव हिमालय भारतीय जलवायु को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है. यह उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं को रोककर भारत को एक गर्म और उपजाऊ देश बनाता है. हिमालय की ऊंचाई मॉनसून की हवाओं को अंदर आने में मदद करती है, जिससे भारत में अच्छी बारिश होती है. अगर हिमालय न होता, तो भारत का अधिकांश हिस्सा ठंडा और शुष्क रेगिस्तान होता.
ये भी पढ़ें- एक ऐसा देश, जहां महिलाएं करती हैं राज और मर्दों को गुलामी करनी पड़ती है?
नदियों की जननी: हिमालय हिमालय से निकलने वाली नदियां, जैसे गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र और सिंधु, भारत की कृषि, पेयजल और बिजली उत्पादन के लिए जीवनरेखा हैं. यह नदियां हिमालय के ग्लेशियरों से उत्पन्न होती हैं, जो लाखों लोगों के जीवन का आधार हैं. अगर हिमालय न होता, तो भारत में नदियों का यह विशाल नेटवर्क नहीं होता और देश में पानी की भारी कमी हो सकती थी.
जैव विविधता और पर्यावरण संरक्षण हिमालय में विभिन्न प्रकार की जैव विविधता पाई जाती है. यह क्षेत्र वन्यजीवों, औषधीय पौधों और अनगिनत प्रजातियों का घर है. हिमालय पर्यावरण को संतुलित रखने और ग्रीनहाउस गैसों को नियंत्रित करने में मदद करता है. अगर यह पर्वत श्रृंखला न होती, तो भारत में पर्यावरणीय असंतुलन और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा कई गुना बढ़ सकता था.
सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व हिमालय केवल भौगोलिक संरचना नहीं है, यह भारतीय संस्कृति और धर्म का अभिन्न हिस्सा है. इसे कई पवित्र स्थलों, जैसे केदारनाथ, बद्रीनाथ और कैलाश मानसरोवर का घर माना जाता है. अगर हिमालय न होता, तो भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर भी अधूरी रह जाती.
ये भी पढ़ें- अक्सर सुना होगा डीएनए शब्द; आखिर क्या है DNA टेस्टिंग, ये कैसे बता देता है हमारे पूर्वजों के बारे में?
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.